क्यों तुले हो सबको एक जैसा बनाने में ?क्यों चाहते हो सब एक सा दिखें ? एक सा सोचें ?सब एक ही …
मैं शर्मिंदा हूँअपने कुछ न कर पाने परसब देखते हुए चुप रह जाने पर अपने सरों पर अपना घर उठाये ये लोगदिनों- …
अगर आवाज़ उठाने को, सवाल पूछने को सही समझते होअगर महज़ एक मतदाता नहीं खुद को नागरिक समझते होतो आवाज़ उठाया करो …
मैं बड़ा हुआ हूँ ये बात सुनते सुनतेकि इक्कीसवीं सदी भारत की होगीपहले स्कूल, फिर कॉलेज और उसके बादजाने ही कितनी बार …
किताबें पढ़ते हो ?हर दिन कुछ आगे बढ़ते हो ? पढ़ा करो हर दिन कुछ आगे बढ़ा करो पढ़ो इतिहास कि ग़लतियाँ ना …