एक सा नीरस होता है
क्यों तुले हो सबको एक जैसा बनाने में ?क्यों चाहते हो सब एक सा दिखें ? एक सा सोचें ?सब एक ही सुर में बोले, क्यों चाहते हो ? क्यों चाहते हो देश की, देश-प्रेम की परिभाषा एक हो ?नहीं हैं हम एक और ये ही हमारी खूबसूरती हैसोचो एक ही तरह के फूलों का […]