Fiction

Book review of Godaan a novel by Munshi Premchand available on www.bookspoetryandmore.com

गोदान

गोदान – मुंशी प्रेमचंद का विश्व प्रसिद्ध उपन्यास है जो कई भाषाओँ में अनुवादित किया जा चुका है। गोदान कहानी है जीवन के संघर्षों की और उनसे झूझते हुए एक इंसान और उसके परिवार की। साथ ही कहानी है समाज और उसमे फैले विसंगतिंयों

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Book review of 1984 written by George Orwell

Nineteen Eighty Four

1984 is a classic dystopian fiction by George Orwell. The book was written in 1949 and whatever he has written seems to be coming true in 21st century. After almost seventy years since “Nineteen Eighty Four” was first published it still remains the book which predicted and portrayed the future of mankind as we see it today

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Chabbees Kahaniyan by Shivani

छब्बीस कहानियाँ

छब्बीस कहानियाँ – शिवानी जी की लघु कथाओं का संग्रह है। इसमें कुमाऊँ के पहाड़ों और वहां के लोगों की कहानियां हैं और कहानियां हैं उन सब शहरों की और वहां रहने वाले लोगों की जहाँ – जहाँ शिवानी जी रहीं।

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Viklang Shardha Ka Daur by Harishankar Parsai

विकलांग श्रद्धा का दौर

परसाई जी का व्यंग संग्रह जो उन्होंन उन्होंने आपातकाल और उसके बाद के राजनैतिक और सामाजिक मूल्यों के पतन के ऊपर लिखा है।

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nithalle ki diary

निठल्ले की डायरी

हरिशंकर परसाई जी एक ऐसे व्यंगकार थे जिनकी कलम से लिखे व्यंग बहुत गहरी मार करते हैं । उन्होंने हमेशा सामाजिक व् राजनैतिक जीवन के दोगलेपन , चाटुकारिता और ढोंग के बारे में खुलकर लिखा। उनके रचित व्यंग मात्र हंसी ठिठोली से कहीं अधिक होते हैं जो आपको मुस्कुराने के अलावा गम्भीरता से सोचने पर मजबूर करते हैं।

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